Posts

Showing posts with the label वेद-उपनिषद

AITAREYA BRAHMANA- A STORY FROM RIG-VEDA

Image
पिता द्वारा उपेक्षित अपनी माता को, उसके अधिकार वापस दिलाने वाले, पुत्र की कथा...      विजयनगर के एक विद्वान व्यक्ति थे, जिनका नाम महिदास था. उनकी माता का नाम इतरा था. इतर संस्कृत का एक शब्द है, इसका हिन्दी में अर्थ है - अन्य या अस्वीकृत. इतरा एक ऋषि कि अस्वीकृत पत्नी थी इसलिए उनका पुत्र ऐतरेय कहलाया. माँ कि पीङा को दूर करने के उद्देश्य से महिदास ने ऐतरेय ब्राह्मण कि रचना की. (aitareya meaning in English - unique).  यह कथा ऋग्वेद से सम्बन्धित है. ऐतरेय ब्राह्मण की कहानी     मांडुकी नाम के एक ऋषि थे , उनकी कई पत्नियाँ थी. एक का नाम इतरा था. इतरा भगवान की परम भक्त थी तथा अत्यंत पवित्र जीवन व्यतीत करती थी.   इतरा ने पुत्र प्राप्ति की इच्छा से कठिन तपस्या की तथा भगवान ने उसकी तपस्या तथा प्रार्थना से प्रसन्न होकर, उसकी इच्छा को पूरा कर दिया. उसके घर में एक पुत्र का जन्म हुआ. जो अत्यंत सुंदर तथा आकर्षक था. उन्होंने बालक का नाम महिदास रखा. यद्यपि बचपन से ही बालक महिदास अलौकिक एवं चमत्कारपूर्ण घटनाओं का जनक था , लेकिन प्रायः चुप ही रहता था. आश्चर्य की बात तो यह थी, वह हमेशा

गुरु-दक्षिणा और सोने का वृक्ष

Image
दशहरे के दिन सोना क्यों बाटते हैं ? जानने के लिए पढें --- गुरु-दक्षिणा और सोने का वृक्ष        एक समय की बात है. अयोध्या नगरी के पास, एक गुरु का शांत और सुरम्य वातावरण वाला आश्रम था. गुरु का नाम वारातंतु था. उनके आश्रम में बहुत से विद्यार्थी,   दूर-दूर से पढ़ने के लिए आते थे. समाज के सभी वर्गों के बच्चे, गुरु के पास शिक्षा प्राप्त करने के लिए आते थे. गुरु वारातंतु सभी छात्रों के साथ, समान भाव से, प्रेमपूर्वक व्यवहार करते थे. बिना किसी भेदभाव के सभी को, समान शिक्षा प्राप्त करने का, अवसर देते थे. विद्यार्थी भी गुरु का बहुत आदर करते थे.      एक बार कि बात है, कुछ विद्यार्थियों की शिक्षा समाप्त हुई और वे सब घर जाने के लिए तत्पर हुए. वापस घर जाने के समय, प्रत्येक विद्यार्थी , अपने परिवार के सामर्थ्य अनुसार, गुरु को गुरुदक्षिणा दे रहा था.   एक विद्यार्थी जिसका नाम कौत्सव था, बहुत गरीब था. उसके पास गुरु दक्षिणा में देने के लिए कुछ भी नहीं था. फिर भी वह गुरु से बार-बार पूछ रहा था, “ आप को गुरु दक्षिणा में क्या चाहिए ?”, “ आप को गुरु दक्षिणा में क्या चाहिए ?”. गुर